Hindi poetry on Spirituality : Manvendra Subodh Jha Poetry
Prabhu Vandana
Hanuman Vandana Mantra in Hindi : Shree Hanuman Vandana कविता कोश में मानवेन्द्र सुबोध झा द्वारा लिखी गई हनुमान वंदना मंत्र "प्रभु वंदना", पढ़े और शेयर करें।
प्रभु वंदना
केसरी नंदन, जय हनुमान,
दूर करो मेरा अज्ञान।
राम नाम अतिशय प्रिय तुमको,
करते है हम तुम्हे प्रणाम।
राम काज को कर्म बनाया,
लंका को तुमने दहलाया।
रामनाम जो नित्य है जपते,
हर दम उनका मंगल करते।
सत्य मार्ग पर जो है चलते,
उनके हिय में हनुमत बसते।
ध्यान धरे जो सहज भाव से,
उसका तुम भंडार हो भरते।
जो जन तुममे ध्यान लगाते
पितु मात का मान बढ़ाते ,
पथ उसका ज्योतिर्मय करते,
अभय दान तुम उसको देते।
तुम्हारी महिमा अति निराली
देवो में तुम अति बलशाली।
करो कृपा हे अंजनी के लाला ,
खोल दो मेरे भगय का ताला ।
तुम हो सदा भक्तन के प्यारे,
तुम ने प्रभु के काज संबारें।
बेड़ा मेरा पार लगाओ,
सभी काज मेरे निपटाओ।
प्रभु विलम्ब अब और न कीजे
दुःख मेरा सारा हर लीजे।
दे आशीष धन्य अब कीजे ,
सफल हमारा जीवन कीजे।
जय श्री हनुमान जय सिया राम
- मानवेन्द्र सुबोध झा
शाहजहाँपुर, उत्तर प्रदेश
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