बच्चों के लिए रचना रात्रि पढ़ाई : चमगादड़ की अरज़ी

Dr. Mulla Adam Ali
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Ashok Srivastava 'Kumud' Poetry in Hindi : Bachhon Ke Liye Rachana

Ashok Srivastava Kumud Poetry in Hindi

Hindi Bal Kavita : कविता कोश में आज आपके लिए अशोक श्रीवास्तव "कुमुद" की नवीन काव्य संग्रह "चंचल चुनमुन" से बच्चों के लिए रचना "रात्रि पढ़ाई : चमगादड़ की अरज़ी", पढ़े और शेयर करें।

काव्य संग्रह "चंचल चुनमुन" से बच्चों के लिए रचना

रात्रि पढ़ाई : चमगादड़ की अरज़ी

चमगादड़ की अरज़ी आई,

दया करो महराज दुहाई,

दिन में हम सब देख न पाते;

हो गई बंद स्कूल पढ़ाई।


अरजी पढ़ चिंता में आया, 

आफिस में सबको बुलवाया,

विकट समस्या हल ले आओ;

शेरसिंह आदेश सुनाया।


बजट कहाँ से कैसे लाये,

रात्रि स्कूल कैसे चलवाये,

करता शासन माथापच्ची;

चमगादड़ को कहाँ पढ़ाये।


चुनमुन बंदर हल समझाया,

नेट पढ़ाई राज बताया,

शेरसिंह सुनकर मुस्काया;

तुरत फुरत आदेश सुनाया।


होगी दिन में स्कूल पढ़ाई,

ऑनलाइन हो निशि पढ़ाई,

नेट खोलकर लैपटाप से;

चमगादड़ जी करें पढ़ाई।

- अशोक श्रीवास्तव "कुमुद"

राजरूपपुर, प्रयागराज

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