Hindi Children's Stories Book Netherland Ki Charchit Kahaniya by Dr. Ritu Sharma Nannan Pandey, Book Review in Hindi by Narendra Singh Nihar, Kids Stories Hindi.
Netherland Ki Charchit Kahaniya (Book Review)
समीक्षा - नीदरलैंड की चर्चित कहानियां
लेखिका - ऋतु शर्मा ननन पांडे
समीक्षक - नरेन्द्र सिंह "नीहार"
कुल कहानियां - तेरह
प्रकाशक - आई सेक्ट प्रकाशन, भोपाल
प्रकाशन वर्ष - 2025
मूल्य - 200/-
पृष्ठ संख्या - 96
आवरण - रंगीन एवं आकर्षक
भारतीय लोक जीवन से मिलती-जुलती कहानियां
भारत की बेटी, सूरीनाम की बहू और नीदरलैंड की शिक्षिका डॉ. ऋतु शर्मा ननन पांडे ने अपने इस कहानी संग्रह में नीदरलैंड के लोक जीवन में चर्चित कहानियों को रोचक और नाटकीय ढंग से लिखा है। उनके पात्र, पात्रों के मध्य होने वाले संवाद और वातावरण के चित्र बहुत मनभावन है। आपने कहानी को पढ़ना शुरू किया तो पूरी पढ़कर ही दम लेंगे। इन कहानियों को ध्यानपूर्वक पढ़ते समय एक बात बार-बार मन में हिचकोले मार रही थी कि हमारे समाज में भी तो ऐसी ही कहानियां कही-सुनी जाती रही हैं। डॉ ऋतु जब ये कहानियां रच रही होंगी तो भारतीय लोक कथाएं भी समानांतर उनके मस्तिष्क को आडोलित कर रही होंगी। सभी कहानियां कथ्य, भाषा और शिल्प की दृष्टि से बहुत समृद्ध और संग्रहणीय हैं। शीर्षक छोटे-छोटे और बड़े चुटकीले से हैं - नखरीली सुईं, जादुई पत्थर, जादुई घोड़ा वहां, चुहिया की शादी, भूक्खड़ ओले बोले आदि। डॉ ऋतु शर्मा दो से अधिक दशक से नीदरलैंड में निवास कर रही हैं। वहां की भाषा और संस्कृति को आत्मसात् करने के पश्चात् उन्होंने ये कहानियाँ लिखी हैं। कहानियों को जब हम पढ़ते हैं तो नीदरलैंड का लोकजीवन हमारी आंखों के सामने सजीव हो उठता है। इन कहानियों में रहस्य-रोमांच, बौने - टोने, चुड़ैल, भूत, राजा-रानी, मेहनती किसान, घोड़ा,गधा, चुहिया बहुत से पात्र हैं तो समझदार आनतुन और समझदार किसान भी है।
संग्रह की पहली कहानी समझदार आनतुन में जमींदार के तीन बेटों में सबसे छोटा आनतुन सीधे-सरल स्वभाव का है। वह अपने बड़े भाइयों की तरह चुस्त-चालक नहीं है। राजकुमारी के स्वयंवर में पहुंचकर एक और जहां उसके भाई अपनी रटाई गई विद्या और ज्ञान को भूल जाते हैं, वहीं आनतुन अपनी हाजिर जवाबी से राजकुमारी का खूब मनोरंजन करता है। राजकुमारी उससे विवाह करने के लिए तैयार हो गई। लेखिका ने रटने से अधिक समझ पर जोर दिया है। आनतुन को लोग मजाक में समझदार बोलते थे मगर वो तो वास्तव में समझदार ही निकला।
कहानियों के पात्र और उनके चरित्र विन्यास में डॉ. ऋतु ने पूरी दिलचस्पी ली है। खिलडन की आत्मकथा में उन्होंने नीदरलैंड की मुद्रा खिलडन को एक पात्र के रूप में प्रस्तुत करके अपने कहानी कौशल का परिचय दिया है। प्रायः सभी कहानियों की कथावस्तु सुगठित, रोचक एवं जिज्ञासा को बढ़ाने वाली है। कहानियों का कलेवर छोटा और बड़ा आवश्यकतानुसार बन पड़ा है। पात्रों का चयन करने में भी ऋतु ने सावधानी रखी है। कुछ पात्रों को कल्पना के माध्यम से सजीव बना दिया है। आनतुन, ओले बोले जैसे हास्य कलाकार हैं तो साहसी यान जैसे पात्र भी मौजूद हैं। स्त्री पात्रों में राजकुमारियां ऐश्वर्य से लकदक हैं। कुछ सामान्य गृहणियां और चुड़ैल भी हैं। सभी के चरित्र को संवारने में लेखिका ने पूरा दमखम लगाया है।
बात संवाद योजना की करें तो संवाद छोटे,चुटीले और रोचक हैं। कथानक को गति देने वाले और पात्रों के चरित्र चित्रण में सहायक है। एक बानगी देख लीजिए। जादुई घोड़ा वहां कहानी में - "जी मां मैं इस छोटे घोड़े का बहुत अच्छे से ख्याल रखूंगा और जैसे आप रखती हो।" डॉ ऋतु शर्मा ने अपनी कहानियों में सुन्दर वातावरण का सृजन किया है। शब्दों के माध्यम से पात्र, घटना और परिस्थितियां साकार हो उठी हैं। परिवेश हमारे साथ बोलता - बतियाते हुए चलता है। एक उदाहरण आप स्वयं देख लीजिए - "अचानक लेखक टेबल के नीचे से निकलकर सोफे का सहारा लेकर उन दोनों चुड़ैलों से थोड़ा सा हटकर बैठ गए। लेखक को ऐसा करते हुए देख दोनों चुड़ैल जूलिया और जूटा ज़ोर ज़ोर से हंसने लगी। उन्होंने आज से पहले किसी भी मनुष्य को उनसे इतना डरा हुआ नहीं देखा था।" (बिन बुलाई मेहमान) कहानी से।
कहानी का आवश्यक तत्व द्वन्द्व भी क ई कहानियों में उभर कर आया है। भूतिया हवेली में यान की स्थिति देखकर हमें उसकी मन: स्थिति समझने में देर न लगेगी। इसी प्रकार समझदार किसान का छोटा बेटा जब राजकुमारी के हाथों अपना सब कुछ गवांकर जब गांव की ओर चलता है तो उसकी दयनीय स्थिति भी बहुत कुछ बयां कर देती है। भाषा आम बोलचाल के करीब है। उसमें डच भाषा के शब्द देवनागरी में बहुत सुंदर बन पड़े हैं। कहन शैली, आत्मकथात्मक शैली, वर्णन शैली और चित्रात्मक शैली के दर्शन हुए हैं। वर्णनात्मक शैली और विचारात्मक शैली का प्रयोग भी किया गया है।
सभी कहानियां कोई न कोई उद्देश्य लेकर लिखी गई हैं। लेखिका ने अपने उद्देश्य को प्राप्त भी किया है। ये कहानियां लोक जीवन का कंठाहार बनने की क्षमता रखती हैं। कुल मिलाकर भाषा, भाव, कथ्य, शिल्प और कल्पना के द्वारा शिवम् के उद्देश्य को लेकर सुन्दरम् की अभिव्यक्ति हैं।
नीदरलैंड की ये कहानियां, पाठक के मन भाएगीं।
ऋतु शर्मा की कीर्ति-पताका,चतुर्दिक लहराएंगी।
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