Hindi Poetry Collection Book Desh Bane Sone Ki Chidiya by Dr. Rakesh Chakra, Hindi Children's Poetry, Kids Poems in Hindi.
Desh Bane Sone Ki Chidiya
देश बने सोने की चिड़िया बालगीत-संग्रह से पढ़िए डॉ. राकेश चक्र की पाँच सुंदर बाल कविताएँ: सोने-सा उपहार लाई हैं, मुस्करा भी लिया कर, मीठी नींद, मेरा मन, और बच्चे करते अद्भुत प्यार। ये कविताएँ बच्चों को नैतिक शिक्षा, स्वच्छता, प्रकृति प्रेम और सकारात्मक सोच सिखाने के लिए आदर्श हैं।
पढ़िए 5 बाल कविताएँ – सोने-सा उपहार से अद्भुत प्यार तक
सोने-सा उपहार लाई हैं – बच्चों के लिए प्रेरणादायक सुबह की कविता
डॉ. राकेश चक्र द्वारा रचित "सोने-सा उपहार लाई हैं" एक सुंदर बाल कविता है जो बच्चों को सुबह के सौंदर्य, प्रकृति और ईश्वर के प्रति आभार सिखाती है।
1. सोने-सा उपहार लाई हैं
सूरज निकला, किरणें उतरीं
सोने-सा उपहार लाई हैं
धरा हँस पड़ी, उपवन फूला
फूलों का संसार लाई हैं।।
उठो लाल पलकों को खोलो
मीठी-मीठी बोली बोलो
चिड़ियाँ चीं-चीं बोल रही हैं
खुशियों का संसार लाई हैं।।
दृश्य देख लो अद्भुत प्यारे
कहाँ छिप गए चाँद-सितारे
जीवन देतीं दिनकर किरणें
नव उज्ज्वल विस्तार लाई हैं।।
निरालम्ब नभ तान दिया है
जिसने जीवन दान दिया है
उस ईश्वर का चिंतन कर लो
तुम्हें गले का हार लाई हैं।।
भगवन जीवन-उपवन माली
करता है सबकी रखवाली
सोयी साँस जगायीं उसने
मंद-सुगंध बयार लाई हैं।
मुस्करा भी लिया कर – बच्चों के जीवन मूल्यों पर आधारित कविता
"मुस्करा भी लिया कर" डॉ. राकेश चक्र की कविता है जो बच्चों को संतुलित जीवन, व्यायाम, पढ़ाई और सकारात्मक सोच का महत्व सिखाती है।
2. मुस्करा भी लिया कर
कम्प्यूटर पर काम भी कर।
पर थोड़ा, व्यायाम भी कर ।।
हर कठिनाई सरल बनेगी
चेहरे पर मुस्कान भी कर ।।
आँखों से दुनिया है सारी
इन्हें मूंद कुछ ध्यान भी कर ।।
पढ़ो-पढ़ाओ-खेलो बच्चो
रोशन घर का नाम भी कर ।।
सदा याद ईश्वर को रखो
समय-समय हरिनाम भी कर ।।
मीठी नींद – मच्छरदानी की उपयोगिता पर बाल कविता
डॉ. राकेश चक्र की कविता "मीठी नींद" बच्चों को मच्छरों से बचाव और साफ-सफाई के महत्व को रोचक ढंग से सिखाती है।
3. मीठी नींद
जाल-जाल-सी बुनी हुई है
मेरी मच्छरदानी।
दूर-दूर से मच्छर करते
इसको रोज सलामी ।
इसके कारण लेता मैं तो
मीठी नींद मजे से
मच्छर खून न चूसें मेरा
रहते डरे-डरे से।
इसे लगाकर जो न सोता
ज्वर-जूड़ी चढ़ जाता
मोटी फीस डॉक्टर लेता
गाँठ का रुपया जाता।
साफ-सफाई मित्र रहे तो
मच्छर पास न आते
नीम और तुलसी के पौधे
मच्छर दूर भगाते।
मेरा मन – शरीर और इंद्रियों का ज्ञान देती सुंदर बाल कविता
"मेरा मन" एक शैक्षिक बाल कविता है जो शरीर के अंगों और उनके कार्यों को सरल भाषा में बच्चों को समझाती है।
4. मेरा मन
बच्चो ! कितना सुंदर तन है
रहता इसमें अपना मन।
बिना पंख उड़ता रहता है
सैर कराता हमको मन ।
आँखें पूरा जग दिखलाती
और बढ़ाती प्यार।
कानों से हम सुनते रहते
जग का प्यार-दुलार।
सूँघ लगाती नाक हमारी
रखती अद्भुत ज्ञान।
जीभ स्वाद सारे बतलाती
खट्टा-मीठा-पान ।
दाँत हमारे चक्की पीसें
करते खूब महीन।
हाथ हमारे काम करें सब
रहते हरदम लीन।
पैर हमारे सैर कराते
खेल खेलते सारे।
तन को सुखी बनाना है तो
मेहनत कर लो प्यारे ।
बच्चे करते अद्भुत प्यार – बाल संसार की भावनात्मक कविता
"बच्चे करते अद्भुत प्यार" डॉ. राकेश चक्र की एक सुंदर कविता है जो बच्चों के कोमल स्वभाव और उनके अनोखे व्यवहार को दर्शाती है।
5. बच्चे करते अद्भुत प्यार
माता करती है मनुहार ! बच्चे करते अद्भुत प्यार ।।
सारे जग में न्यारा--प्यारा, बच्चों का मौलिक संसार ।।
कोई छेड़-छेड़ है जाता। कोई बातों में भरमाता।
कोई मंद-मंद मुस्काता। कोई थोड़ा-सा शरमाता।
कोई अपने पास बुलाता। कोई न्यारे खेल खिलाता।
कोई घर को स्वयं बनाता। कोई गुड़िया में रम जाता।
कोई गुड्डों में खो जाता। कोई बातों में लग जाता।
कोई प्यारे गीत सुनाता। कोई खाना बाँट खिलाता।
मिलते हैं कुसुमों के हार। बच्चे करते अद्भुत प्यार ।।
सबको ही जीना सिखलाते, सत्य, शिवम् का पहनें हार।।
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