“Prabhu Mujhko Pyar Karo” is a touching Hindi prayer poem for children by Dr. Rakesh Chakra. A soulful appeal to God for love and redemption, it combines innocence with deep emotional depth. Ideal for school prayers and spiritual reflection.
Prabhu Mujhko Pyar Karo
Prarthana Geet : 'प्रभु मुझको प्यार करो' डॉ. राकेश चक्र की बाल काव्य-कृति 'प्रेम के दीप जलाओ' से ली गई एक करुणामयी बाल कविता है। यह एक बच्चे की ईश्वर से आत्मीय प्रार्थना है, जिसमें प्रेम, पश्चाताप, और उद्धार की पुकार है। यह कविता बच्चों के हृदय को मानवीय संवेदना से भर देती है।
हिंदी में प्रार्थना गीत बच्चों के लिए
प्रभु मुझको प्यार करो
प्रभु मुझको प्यार करो ।।
बचपन बीत गया गलियों में।
गयी जवानी रंगरलियों में।
जग में मेरा कोई नहीं है।
अभिलाषा भी सोई नहीं है।
अब तो उद्धार करो।।
प्रभु मुझको प्यार करो ।।
स्वारथ की यह दुनिया सारी।
चकाचौंध है मारामारी।
तुमने सती अहिल्या तारी।
करता रहा पाप मैं नित ही
अब तो निस्तार करो ।।
प्रभु मुझको प्यार करो ।।
जग में तुम ही करो सवेरा।
फिर भी मिटता नहीं अंधेरा।
चारों दिग में तेरा-मेरा।
गाँठ जोड़ ली तुमसे मैंने,
प्रभु दुख का भार हरो।
प्रभु मुझको प्यार करो ।।
- डॉ. राकेश चक्र
यह कविता बच्चों को आध्यात्मिक सोच, पश्चाताप और आंतरिक चेतना का संदेश देती है। यह स्कूल असेंबली, प्रार्थना सभाओं और नैतिक शिक्षा हेतु एक उपयुक्त रचना है।
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