प्रेरक कविता : दीप बन

Dr. Mulla Adam Ali
0

Deep Ban kavita in Hindi, Best Motivation Poem in Hindi, Safalta Ka Mantra Kavita, Hindi Poetry Collection Deepak Ban kavita.

Hindi Prernadayak Kavita 

hindi motivational poem deep ban

Prerak Kavita : पढ़िए कविता कोश में प्रेरणादायक हिंदी कविता दीप बन, असीम आत्मविश्वास को जन्म देती बेहद प्रेरक कविता, सकारात्मक ऊर्जा से आपको ओतप्रोत कराती सफलता की ऊंचाइयों पर पहुंचा सकती है कविता दीपबन (inspirational poem in hindi) पढ़े और शेयर करें।

Hindi Motivational Poem

दीप बन

सूर्य बनने की क्षमता सभी में नहीं,

दीप बनने की कला सब में है सही।

मंदिर में मूरत हम बन न पाये तो क्या ?

दीप बन जलने की औकात सब में सही।।

मंदिर का शिखर बन न पाये तो क्या ?

पावन चौखट बनना तो बस में सही।

सूर्य बन दुनिया को हम तपा न सके,

दीप बन अंधेरे को चीरा तो सही ।।

यह सच कि दीपक है हर घर में सही,

खोजने में ही कसर है बाकी रही।

दीप हैं पुराने जर्जर जंग खाये हुए,

नव दीपों को फिर से है गढ़ना हमें ।।

दीप में दीप जलाने की है क्षमता भरी,

ज्ञान के दीप से अज्ञान को भगा।

दीप माला अंधेरे पे हंसने लगी,

गीत गाने लगी गुनगुनाने लगी ।।

खुशनुमा कर दिया है माहौल को...

आज दिये का सृजन है काम बड़ा।

सूर्य बनने की क्षमता सभी में नहीं,

दीप बनने की कला सब में है सही ।।


- डॉ. अन्नपूर्णा श्रीवास्तव

ये भी पढ़ें; कविता : सपने हमारे तुम्हारे

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. learn more
Accept !
To Top