Bihari ke Dohe : Kahat Natat Reejhat Khijat Milat - कहत, नटत, रीझत, खिझत, मिलत, खिलत - बिहारी लाल
बिहारी के दोहे की व्याख्या, भक्ति, नीति एवं श्रृंगार के दोहे, बिहारी सतसई की व्याख्या, बिहारी सतसई के दोहे।
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