हिंदी के प्रमुख नाटक और नाटककार : भारतेन्दु युग और प्रसादोत्तर युग के नाटक और नाटककार

Dr. Mulla Adam Ali
0

हिंदी के प्रमुख नाटक और नाटककार

हिंदी के नाटक और नाटककार (Hindi Natak aur Natakkar)

'नहुष' हिंदी का पहला नाटक माना जाता है। इसका नाटक का रचनाकाल 1857ई. में हुआ। इस नाटक के नाटककार "गोपाल चन्द्र गिरिधरदास" हैं। भरतमुनि लिखते हैं (नाटक अर्थात् रूपक को तीनों लोकों के भावों का अनुकरण मानते हुए नाट्यशास्त्र में) - "नाराभावोपसम्पन्नं नानावस्थान्तरात्मकम्। लोकवृत्तानुकरं नाट्यमेतन्मया कृतम्।।” नाटक, काव्य का एक रूप है, अर्थात जो रचना श्रवण द्वारा ही नहीं अपितु दृष्टि द्वारा भी दर्शकों के हृदय में रसानुभूति कराती है उसे नाटक कहते हैं।

हिंदी नाटक : क्रमिक विकास - हिंदी नाटक और नाटककार

हिंदी के नाटक और नाटककार की प्रमुख लेखकों और रचनाओं की सूची उनके समयकाल के आधार पर दो भागों में बांटा गया है।

1. भारतेन्दु युग के नाटक और नाटककार

2. प्रसादोत्तर युग के नाटक और नाटककार

भारतेंदु युगीन हिंदी नाटक और नाटककार 

नाटक          -          नाटककार

1. रामायण महानाटक - प्राणचंद चौहान

2. आनंद रघुनंदन - महाराज विश्वनाथ सिंह

3. नहुष - गोपालचंद्र गिरिधरदास

4. विद्यासुंदर, रत्नावली, पारखण्ड विडंबन, धनंजय विजय, कर्पूर मंबरी, भारत जननी, मुद्राराक्षस, दुर्लभ बंधु (उपरोक्त सभी अनूदित), वैदिको हिंसा हिंसा न भवति, सत्यहरिश्चंद्र, श्रीचंद्रावली, विषस्य वियमौषधम, भारत- दुर्दशा, शीलदेवी, अंधेर नगरी, सती प्रताप, प्रेम जोगिनी (मौलिक) - भारतेंदु हरिश्चंद्र

5. कृष्ण-सुदामा नाटक - शिवनंदन सहाय

6. संयोगिता स्वयंवर, प्रह्लाद चरित्र, रणधीर प्रेममोहिनी,

तप्तासंवरण - लाला श्रीनिवासदास

7. अमरसिंह राठौर, बूढ़े मुँह मुँहासे (प्रहसन) - राधाचरण गोस्वामी

8. मयंक मंजरी, प्रणयिनी-परिणय - किशोरीलाल गोस्वामी

9. भारत दुर्दशा, कलिकौतुक रूपक, संगीत शाकुंतल, हठी हम्मीर - प्रतापनारायण मिश्र

10. कलिगंज की सभा, रेल का विकट खेल, नल-दमयंती स्वयंवर, जैसा काम वैसा परिणाम (प्रहसन ) नई रोशनी का विष, वेणुसंहार - बालकृष्ण भट्ट

11. जानकीमंगल - शीतलाप्रसाद त्रिपाठी

12. महाराणा प्रताप, दुःखिनी बाला - राधाकृष्णदास

13. भारत-हरण - देवकीनंदन त्रिपाठी

14. प्रद्युम्न विजय, व्यायोग, रुक्मिणी-परिणय - अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध'

ये भी पढ़ें; हिंदी साहित्य का इतिहास : हिंदी उपन्यास और हिंदी कहानी एवं हिंदी नाटकों पर प्रमुख आलोचनात्मक कृतियां

प्रसाद / प्रसादोत्तर हिंदी नाटक और नाटककार 

1. कृष्णार्जुन युद्ध - माखनलाल चतुर्वेदी

2. सेनापति ऊदल - वृंदावनलाल वर्मा

3. नेत्रोन्मीलन - मिश्रबंधु

4. करुणालय, सज्जन, कल्याणी परिणय, प्रायश्चित्त, विशाख, अजातशत्रु, कामना, जनमेजय का नागयज्ञ, स्कंदगुप्त, एक घूँट, चंद्रगुप्त, ध्रुवस्वामिनी - जयशंकर प्रसाद

5. स्वर्णविहान, रक्षाबंधन, पाताल- विजय, प्रतिशोध, शिवासाधना, स्वप्नभंग, विषपान, साँपों की सृष्टि, उद्धार - हरिकृष्ण प्रेमी

6. अशोक, संन्यासी, मुक्ति का रहस्य, राक्षस का मंदिर राजयोग, सिंदूर की होली, आधी रात, अपराजित, चक्रव्यूह - लक्ष्मीनारायण मिश्र

7. सुभद्रा, जयंत - रामनरेश त्रिपाठी

8. कर्बला, संग्राम, प्रेम की नदी - प्रेमचंद

9. उत्सर्ग, अमर राठौर - चतुरसेन शास्त्री

10. विक्रमादित्य, दाहर अथवा सिंघ पतन, शक-विजय, मत्स्यगंधा, विश्वामित्र - उदयशंकर भट्ट

11. अंजना, आनरेरी मजिस्ट्रेट, भाग्यचक्र - सुदर्शन

12. चुंबन, डिक्टेटर - पाण्डेय बेचन शर्मा 'उग्र'

13. ज्योत्स्ना, रजत शिखर, शिल्पी सौवर्ण - सुमित्रानंदन पंत

14. अनघ, तिलोत्तमा, चंद्रहास - मैथिलीशरण गुप्त

15. जय-पराजय, छठा बेटा, कैद, उड़ान, अलग-अलग रास्ते, सूखी डाली, तौलिए, पर्दा उठाओ-पर्दा गिराओ, कस्बे के डिस्को क्लब का उद्घाटन, भँवर, अंधी गली, पैंतरे - उपेंद्रनाथ अश्क 

16. डॉक्टर, समाधि, लिपस्टिक की मुस्कान, नवप्रभात, रक्तचंदन, टूटते परिवेश, अब और नहीं, युगे-युगे क्रांति - विष्णु प्रभाकर

17. कोणार्क, शारदीया, पहला राजा, दशरथ नंदन - जगदीशचंद्र माथुर

18. अंधा युग - धर्मवीर भारती

19. उत्तरप्रियदर्शी - अज्ञेय

20. अंधा कुआँ, मादा कैक्टस, तीन आँखों वाली मछली, सुंदर रस, सूखा सरोवर, रक्तकमल, रातरानी, दर्पन, सूर्यमुख, कलंकी, मिस्टर अभिमन्यु, करफ्यू, सुगन पंछी, पंचपुरुष, गंगामाटी - डॉ० लक्ष्मीनारायण लाल

21. आषाढ़ का एक दिन, लहरों के राजहंस, आधे-अधूरे, पैरों तले की जमीन (अधूरा) - मोहन राकेश

22. स्नेह या स्वर्ग - सेठ गोविंददास

23. कल्पांतर - गिरिजाकुमार माथुर

24. सृष्टि की साँझ, लौह देवता, संघर्ष, विकलांगों का देश, बादलों का शाप - सिद्धनाथ

25. एक कण्ठ विषपायी - दुष्यंत कुमार

26. बिना दीवारों का घर, रजनी दर्पण - मन्नू भण्डारी

27. सुबह के घंटे, खंडित यात्राएं, उलझन - नरेश मेहता

28. घाटियाँ गूँजती हैं - शिवप्रसाद सिंह

29. नेफा की एक शाम, शुतुरमुर्ग - ज्ञानदेव अग्निहोत्री

30. तीन अपाहिज खोए हुए आदमी की खोज - विपिन कुमार अग्रवाल

31. द्रौपदी, आठवाँ सर्ग, सूर्य की अंतिम किरण से सूर्य की पहली किरण तक, सेतुबंध, छोटे सैयद बड़े सैयद - सुरेंद्र वर्मा

32. तुगलक, नागमंडल, रक्त-कल्याण - गिरीश कर्नाड

33. बकरी, लड़ाई, कल भात आएगा - सर्वेश्वरदयाल सक्सेना

34. मरजीवा, तेंदुआ, तिलचट्टा - मुद्राराक्षस

35. कबीरा खड़ा बजार में, हानूश - भीष्म साहनी

36. चरणदास चोर, मिट्टी की गाड़ी, आगरा बाजार - हबीब तनवीर

37. एक और द्रोणाचार्य, फंदी, बंधन अपने-अपने - शंकर शेष

38. नरमेध, प्रजा ही रहने दो - गिरिराज किशोर

39. रसगंधर्व, खेला पोलमपुर - मणिमधुकर

40. तीन एकांत, वीक एण्ड, धूप का एक टुकड़ा, डेढ़ इंच ऊपर - निर्मल वर्मा

41. काला मुँह, अपने-अपने खूँटै - गोविंद चातक

42. घासीराम कोतवाल, हल्ला बोल - विजय तेंदुलकर

ये भी पढ़ें; Hindi Literature : हिंदी साहित्य की प्रमुख पंक्तियाँ - हिंदी साहित्य के महत्त्वपूर्ण कथन

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Accept !
To Top