Bal Kavita Aloo Bhaiya by "Nidhi Mansingh"
आज आपके लिए लेकर आए हैं निधि 'मानसिंह' जी द्वारा लिखी गई बच्चों की मजेदार बाल कविता "आलू भैया"। पढ़े और शेयर करें। सब्जियों का राजा आलू आलू पर कविता, poem on potato in Hindi, Aloo Bhaiya Bal Kavita..
आलू भैय्या
आलू भैय्या को चढा बुखार
टेंशन मे है सारा परिवार।
झटपट डाक्टर भालू बुलाये
थैला भरकर दवाई लाये।
सुबह- शाम है गोली खानी
नही करनी है आना- कानी।
गाजर, गोभी भिंडी, तुराई
आलू भैय्या से मिलने आई।
दिनभर आलू करता आराम
भागदौड़ ना स्कूल का काम।
मास्टर जी भी मिलने आये
उन्हें देख आलू मुस्काये।
देखों पाकर सबका प्यार
डरकर भागा आलू का बुखार।
अब खुशी-खुशी स्कूल को जाते
मित्रों के संग मौज मनाते।
- निधि 'मानसिंह'
कैथल हरियाणा
nidhisinghiitr@gmail.com
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