बच्चों के लिए बाल कविता हिंदी में : Bal Kavita Chitr Banaye
बच्चों की मजेदार बाल कविता : बच्चों की छोटी कविता "चित्र बनाए", डॉ.फहीम अहमद की बाल कविता बच्चों के लिए "चित्र बनाए", हिंदी बाल कविता।
चित्र बनाए
देखो मैंने अजब-अनूठे
कापी में कुछ चित्र बनाए।
फूलों जैसे रंग-बिरंगे
चित्र हमारे बड़े अजूबे।
गौरैया के संग नदी में
तितली तैरे कभी न डूबे।
आसमान में उड़ती बत्तख
सूरज से जा हाथ मिलाए।
चन्दा ने लटकाई रस्सी
सारे बच्चे झूला झूलें।
पींग बढ़ाएं इतनी ऊँची
जाकर तारों को भी छू लें।
तारे बाँट रहे रसगुल्ले
बच्चा-बच्चा खुश हो खाए।
पर्वत की चोटी से ऊँचा
पेड़ बनाया है अलबेला।
डाली-डाली उगते जामुन
आम ,संतरा ,लीची, केला।
तोड़ रही फल मछली लेकिन
बन्दर देख-देख ललचाए।
- डॉ.फहीम अहमद
असिस्टेंट प्रोफेसर हिन्दी, एमजीएम कॉलेज,
संभल, उत्तर प्रदेश
ये भी पढ़ें; बात करो न मुझसे टैडी : फहीम अहमद की बाल कविता