हिन्दी दिवस : हिन्दी वतन है | Hindi Watan Hai | Hindi Diwas

Dr. Mulla Adam Ali
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Poem on Hindi Diwas : Hindi Watan Hai

Poem on Hindi Diwas Hindi Watan Hai

Hindi Divas Kavita : भारत में राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी दिवस 14 सितंबर को मनाया जाता है, विश्व स्तर पर हिंदी दिवस 10 जनवरी को मनाया जाता है। हिंदी दिवस पर हिंदी के विषय पर बेहतरीन कविता "हिन्दी वतन है", Poem on World Hindi Day - Hindi Watan Hai, Poem on National Hindi Day : Hindi Watan Hai...

हिन्दी वतन है


हिन्दी वतन है, हिन्दू मुसलमान है हिन्दी,

हम सबकी नहीं, देश की ही शान है हिन्दी।।


सुख-दुख की बातों के लिए मैदान है हिन्दी,

ऊँचाइयाँ छूनी हो तो दालान है हिन्दी।।


हिन्दी के लिए ही नहीं ये प्राण है हिन्दी,

उर्दू के लिए भी असासे जान है हिन्दी।।


हिन्दी से अलग और क्या पहचान किसी की,

मेरी - तुम्हारी देश की पहचान है हिन्दी।।


हिन्दी सरह या सूर या तुलसी ही नहीं है,

हिन्दी रहीम - खुसरो है, रसखान है हिन्दी।


हिन्दी को फारसी से तत्समों से भरें क्यों,

हिन्दी तो वही है कि जो आसान है हिन्दी।।


देशी-विदेशी शब्दों की खुशबू भी कम नहीं,

ये ऐसी खुशबुओं का ही गुलदान है हिन्दी।।


हिन्दी को जिन्होंने दिया घर घर तलक पहुँचा,

उन सूफी-सन्तों से नहीं अनजान है हिन्दी।।


हिन्दी को नहीं बोलो कि भारत की भाषा है,

दुनिया के कई देशों का अरमान है हिन्दी।।


हिन्दी को हिलाने की नहीं चाल चलेगी,

सागर के पार तक गई चट्टान है हिन्दी।।


हिन्दी नहीं है उनकी जिनकी रोजी है हिन्दी,

हिन्दी है उनकी जिनका तो ईमान है हिन्दी।।


दक्कन से ले के उत्तरी भारत के लोगों के,

दिल जोड़ने का एक ही सामान है हिन्दी।।


तुम ही नहीं हो हिन्दी में करबान ऐ अमरेन्द्र

तुम पर भी उसी तरह से कुरबान है हिन्दी।।

- डॉ. अमरेन्द्र

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