रंग दिखा रहा टमाटर | हिंदी टमाटर कविता | Rang Dikha Raha Tamatar Hindi Kavita

Dr. Mulla Adam Ali
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Tamatar Hindi Poetry : Rang Dikha Raha Tamatar

Poem on tamatar

Hindi Poem Tomato : टमाटर विश्व में सबसे ज्यादा इस्तेमाल करने वाली सब्जी है, आजकल टमाटर के लगातार बढ़ रहे रेट से आम आदमी का बज्ट बिगड़ रहा है। महंगाई लगातार बढ़ रही है, इसी टमाटर की महंगाई को लेकर लिखी गई हिंदी कविता "रंग दिखा रहा टमाटर", बाजार में टमाटर की कीमतें आसमान छू रही है आम आदमी टमाटर से डरा हुआ है Tomato Price Hike को लेकर हिंदी कविता। Poem on Tamatar in Hindi...

रंग दिखा रहा टमाटर

कल तक मारा मारा फिरता था

आज रंग दिखा रहा टमाटर।

मंहगाई का ओढ लबादा

शान दिखा रहा टमाटर।


कहीं दो सौ किलो है

कहीं डेढ़ सौ रुपया किलो टमाटर।

आज गरीबों की थाली से

गायब नजर आ रहा टमाटर।


हर सब्जी की दुकान पर

रंग दिखा रहा टमाटर।

गरीबों को देखो आज

खूब ललचा रहा टमाटर।


कभी किसान सड़क पर फेकते

आज खूब इतरा रहा टमाटर।

कल इसकी कीमत कम थी तो

सबके घर में नजर आता टमाटर।


जब तक दाम नहीं घटेगा

तब तक सर पर चढ़ा रहेगा टमाटर।

आज तो देखो इसको कितना

भाव खा रहा टमाटर।

- बद्री प्रसाद वर्मा अनजान

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