गुब्बारे वाला कविता : Kavita Gubbare Wala in Hindi | हिन्दी कविता

Dr. Mulla Adam Ali
0

Kavita Gubbare Wala in Hindi : Ashok Srivastava 'Kumud'Poetry

Poem Gubbare Wala in Hindi

बाल कविता गुब्बारे वाला : अशोक श्रीवास्तव "कुमुद" की नवीन बाल काव्य संग्रह "नटखट चुनमुन " से बच्चों के लिए रचना गुब्बारे वाला, हिंदी बाल कविता गुब्बारे वाला, रंग बिरंगे गुब्बारे कविता, Kavita Gubbare Wala, Kids Poems in Hindi..

गुब्बारे वाला बाल कविता : Children's Poem Gubbare Wala in Hindi

गुब्बारे वाला

चुन्नी मुन्नी गुड़िया माला, 

मुन्नू देख हुआ मतवाला,

देख खुशी से झूमे बच्चे;

आया फिर गुब्बारे वाला।


गली मुहल्ला शोर मचाता, 

गुब्बारे लेकर जब आता,

आओ बच्चों जल्दी आओ; 

खतम हो रहे कहता जाता।


तरह-तरह से दे आवाजे, 

आए दरवाजे दरवाजे,

देख देख बच्चे लल चाये;

मम्मी से सब करें तकाजे।


कुछ लम्बा कुछ गोला वाला, 

सुन्दर प्यारा बड़ा निराला,

हरा गुलाबी लाल बैंगनी; 

कुछ सफेद कुछ नीला काला।


सभी मनोहर सभी निराला, 

लो सब दो दो रुपये वाला,

सुबह-शाम आवाज लगाता; 

ले जाओ गुब्बारा आला।


गुड़िया लेती हरदम पीला, 

मुनिया को भाये पर नीला,

चुन्नू लेता रंग बिरंगा; 

दौड़ रहीं ले सुधा शकीला।


दौड़े मुन्नी दौड़े माला, 

दौड़े असलम भोला भाला,

गुब्बारों को कस कर पकड़े; 

दौड़ लगाते बच्चू लाला।

- अशोक श्रीवास्तव "कुमुद"

राजरूपपुर, प्रयागराज

ये भी पढ़ें; Poem on Balloon in Hindi : काव्य कृति चंचल चुनमुन से बच्चों के लिए रचना - गुब्बारा

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Accept !
To Top