राष्ट्रीय एकता दिवस पर निबंध : National Unity Day Essay in Hindi - Rashtriya Ekta Diwas Nibandh

Dr. Mulla Adam Ali
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National Unity Day Essay in Hindi

National Unity Day Essay in Hindi

राष्ट्रीय एकता दिवस पर निबंध

भारत के गृह मंत्री और प्रथम उप प्रधानमंत्री श्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर उनकी याद में प्रति वर्ष 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। सरदार वल्लभभाई पटेल जी को 'भारत के लौह पुरुष' और भारत की सेवाओं के 'संरक्षक संत' भी कहा जाता है। आज 31 अक्टूबर 2023 राष्ट्रीय एकता दिवस पर आपकी जानकारी को बढ़ाने के लिए अलग अलग तरीकों से Rashtriya Ekta Divas par Nibandh लेकर आए हैं। तो आइए जानते हैं National Unity Day Essay in Hindi में। Sardar Vallabhbhai Patel Jayanti पर क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय एकता दिवस और राष्ट्रीय एकता दिवस का इतिहास, महत्व और थीम आदि जानकारी प्राप्त करें।

राष्ट्रीय एकता दिवस पर निबंध (National Unity Day Short and Long Essay in Hindi, Rashtriya Ekta Divas Essay in Hindi)

राष्ट्रीय एकता दिवस पर निबंध : National Unity Day Essay in Hindi - Rashtriya Ekta Diwas Nibandh

राष्ट्रीय एकता दिवस निबंध 250 शब्दों में : 1

परिचय

'लौह पुरुष' सरदार वल्लभभाई पटेल जी के जन्मदिन 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस प्रति वर्ष मनाया जाता है, सरदार पटेल भारत के पहले उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री भी रहे। 31 अक्टूबर पटेल जी की जयंती है।

संयुक्त भारत के पीछे का व्यक्ति : सरदार वल्लभभाई पटेल

1947 में भारत को आजादी मिली, स्वतंत्र भारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री का कार्यभार सरदार वल्लभभाई पटेल जी ने संभाला।

15 अगस्त, 1947 को अंग्रेजों ने भारत छोड़ा, भारत को आजादी मिली उस समय भारत में लगभग 565 रियासते थी, वे भारत में मिलना नहीं चाहते थे। वल्लभभाई पटेल ने सैन्य कार्रवाई कर, अपनी काबिलियत से इन रियासतों को भारत के संघ के साथ एकजुट किया। सरदार वल्लभभाई पटेल का यह कार्य सराहनीय है, उनका उद्देश्य था कि भारत को शुरू से लेकर अंत तक नक्शे को एकजुट किया जाए।

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समारोह

देशभर में राष्ट्रीय एकता दिवस को सरदार वल्लभ भाई पटेल जी के सम्मान में बहुत ही उत्साह से मनाया जाता है। स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालयों में सरदार पटेल जी के जयंती राष्ट्रीय एकता दिवस पर विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, राष्ट्रीय एकता दिवस का महत्व के बारे में बच्चों को बताया जाता है और सरदार वल्लभभाई पटेल के जीवन और उनके कार्यों और आजाद भारत में उनके योगदान के बारे में भाषण प्रतियोगिता आयोजित किए जाते हैं।

भारत के प्रधानमंत्री समेत, वरिष्ठ नेताओं ने सरदार पटेल जी जन्मदिन पर उनकी प्रतिमाओं और फोटों को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि देते हैं। एकता दिवस पर देशभर में सभी कार्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों ने भी विविध प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं।

निष्कर्ष

राष्ट्रीय एकता दिवस वह दिन है जो भारत की एकता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले व्यक्ति सरदार पटेल को याद कर और उनके जन्मदिन पर अखंड भारत में उनके सेवाओं को याद कराता है। भारत की एकता में सरदार पटेल जी का योगदान अतुलनीय है।

राष्ट्रीय एकता दिवस निबंध 400 शब्दों में : 2

परिचय

प्रति वर्ष राष्ट्रीय एकता दिवस भारत में 31 अक्टूबर को मनाया जाता है। भारतीय नागरिकों के बीच राष्ट्रवाद की भावना को बढ़ावा देना इस दिन का महत्वपूर्ण उद्देश्य है। सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर 2014 में पहली बार राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया गया था।

राष्ट्रीय एकता दिवस क्यों मनाया जाता है?

स्वतंत्रता सेनानी और भारत के पहले उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल जी का जन्म 31 अक्टूबर, 1875 में हुआ था। पटेल जी अपनी क्षमता से आजाद भारत से अलग 565 रियासतों को भारत में एकजुट किया जो भारत में मिलना नहीं चाहते थे। पटेल जी के योगदान से आज अखंड भारत का नक्शा हमें देखने को मिलता है, इसलिए उन्हें भारत के लौह पुरुष भी कहा जाता है।

भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तभी उन्होंने सरदार वल्लभ भाई पटेल की 182 मीटर की प्रतिमा बनाने का काम शुरू किया था। 2014 में नरेन्द्र मोदी ने भारत के प्रधानमंत्री बनने के बाद, गृह मंत्रालय ने 2014 में राष्ट्रीय एकता दिवस 31 अक्टूबर को मानने का आदेश जारी किया। 31 अक्टूबर, 2014 में पहली बार सरदार पटेल जी के जयंती पर राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया गया।

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अवलोकन

‘भारत के लौह पुरुष’ सरदार वल्लभ भाई पटेल जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए पूरे देश में राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह मनाया जाता है। इस दिन पटेल जी के राजनीतिक रूप से एकीकृत भारत में उनके योगदान को याद करते हैं।

इतना ही नहीं राष्ट्रीय एकता दिवस पर “आधुनिक अखिल भारतीय सेवा प्रणाली” की शुरुआत करने वाले व्यक्ति सरदार पटेल ही थे, इसलिए इन्हें भारत की सेवाओं के 'संरक्षक संत' भी कहते हैं।

अक्टूबर 31, भारत के लौह पुरुष, भारत की सेवाओं के 'संरक्षक संत', गृह मंत्री और भारत के पहले उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल जी के सम्मान में पूरे भारतवर्ष में एकता दिवस का आयोजन किया जाता है।

महत्व

एकीकृत भारत के संकल्प को मजूबुत बनाए रखने और भारत के एकीकरण को याद दिलाने के लिए राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता है। भारत के एकीकरण के पीछे सरदार वल्लभ भाई पटेल जी के योगदान को याद करते हुए यह दिन मनाया जाता है।

निष्कर्ष

अखंड भारत के लिए सरदार पटेल जी के प्रयासों को याद करते हुए उनके जन्मदिन पर मानते हैं एकता दिवस। सरदार पटेल एक महान प्रशासक और महान स्वतंत्रता सेनानी थे। सरदार पटेल भारत के राजनीतिक एकीकरण और भारत-पाकिस्तान के विभाजन के बेहतर निरीक्षण किया था।

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परिचय

भारत के राजनीतिज्ञ, स्वतंत्रता सेनानी और भारतीय राजनेता ईरान मैन ऑफ इंडिया सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस मनाते हैं। पटेल जी ने भारत के राजनीतिक एकीकरण में अहम भूमिका निभाई है। 

सरदार पटेल को श्रद्धांजलि

सरदार वल्लभभाई पटेल भारत के गृह मंत्री रह चुके हैं और आजाद भारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री रहते समय छोटे छोटे रियासतों को भारत में विलीन कर अखंड भारत का नक्शा बनाने में उनका योगदान महत्वपूर्ण है। सरदार पटेल भारत की आजादी प्राप्ति से पहले एक सामाजिक कार्यकर्ता रहे और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में जुड़कर काम किया और भारत को आजादी दिलाने में अहम भूमिका निभाई। असहयोग आन्दोलन, भारत छोड़ो आन्दोलन और गुजरात में सत्याग्रह की अनुवायी में शामिल थे पटेल जी।

सरदार वल्लभ भाई पटेल एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे, भारत की आजादी के बाद एक प्रशासक के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 565 स्वतंत्र रियासतों को भारत में विलीन करने में उनका योगदान रहा और वे भारत के गृह मंत्री के रूप में भी कार्यरत थे।

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भारत में स्वतंत्र रियासतों को जोड़ने के लिए सैन्य कार्रवाई किया, जरूरत पड़ने पर धमकी देकर सभी रियासतों को भारत में विलीन कर लिया। अखंड भारत के लिए उनका दृढ़ संकल्प था इसके लिए वह कोई समझौता करने के लिए तैयार नहीं थे।

सांस्कृतिक और राजनीतिक रूप से अखंड भारत का निर्माण करने के लिए महत्वपूर्ण योगदान देने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल जी के जयंती पर राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता है।

पहला राष्ट्रीय एकता दिवस

पहली बार 2014 में आधिकारिक तौर पर गृह मंत्रालय के अधिसूचना जारी कर दिया की 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जायेगा। 

मंत्रालय के अधिसूचना बयान में कहा गया कि "राष्ट्रीय एकता दिवस मनाए जाने का उद्देश्य देश की एकता, अखंडता को बनाए रखना और देश की सुरक्षा के लिए हमारे देश की अंतर्निहित शक्ति को स्थापित करना" इस दिन का मुख्य उद्देश्य है।

139 वीं जयंती 31 अक्टूबर, 2014 में पहली बार सरदार वल्लभ भाई पटेल जी के जयंती पर दिल्ली, मुंबई और नागपुर में रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया गया था। रन फॉर यूनिटी में राजनीतिक पार्टियों के नेताओं, फिल्म इंडस्ट्री के अभिनेताओं ने भाग लिया था और देश के मुख्य शहरों में इसका आयोजन हुआ। भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू जी ने दिल्ली में पटेल चौक पर श्रद्धांजलि अर्पित कर राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया।

भारत में ही नहीं दुनियाभर में स्थित भारतीय दूतावास में राष्ट्रीय एकता दिवस का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर सरदार पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित कर भारत के एकीकरण में उनके महत्वपूर्ण योगदान को याद किया।

समारोह और गतिविधियां

राष्ट्रीय एकता दिवस पर स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालयों में, सरकारी कार्यालयों में अनेक प्रकार कार्यक्राओं का आयोजन किया जाता है। केंद्र सरकार से राज्य सरकार के लिए एकता दिवस मनाए जाने के लिए दिशा निर्देश जारी करती है।

स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालयों में स्मरणोत्सव पर सरदार पटेल को याद करते हुए अनेक प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा जिसमें राष्ट्रीय एकता दिवस पर भाषण प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता, क्विज प्रतियोगिता आदि कार्यक्रम है।

भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने गुजरात में 182 मीटर लंबी सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा का उद्घाटन 31 अक्टूबर, 2018 में किया था। यह स्टेच्यू ऑफ यूनिटी की प्रतिमा सूरत से 150 किलोमीटर दूर सरदार सरोवर बांध पर स्थित है। 

पक्ष विपक्ष के सभी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने सरदार पटेल जी को राष्ट्रीय एकता दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।

निष्कर्ष

भारत के राजनीतिक एकीकरण के लिए सरदार पटेल का योगदान महत्वपूर्ण है। अखंड भारत के लिए उनका दृढ़ संकल्प हमारे देश के लिए, आज की पीढ़ी के लिए महत्वपूर्ण है। राष्ट्रीय एकता दिवस पर सरदार पटेल जी को कोटि-कोटि प्रणाम।

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