भारत माता पर कविता : Poem On Bharat Mata In Hindi

Dr. Mulla Adam Ali
0

Poem On Bharat Mata In Hindi

Poem On Bharat Mata In Hindi

भारत माता पर कविता : हिंदी कविता भारत माता, सुमित्रानंदन पंत की कविता भारत माता से प्रेरित कविता। भारत माता की जय हिंदी कविता, भारत माता के विषय पर बेहतरीन हिंदी कविता। Poem on Bharat Mata, Bharat Mata Hindi Kavita...

Poem On Bharat Mata In Hindi

'भारत-माता'


अनुशासन हीन, स्तवन है

अनुगमन हीन, अनुमोदन है

श्रम से भागीरथ भाग रहे

भारत माता हम जाग रहे ।।1।।


हम डूब रहे नित स्वार्थों में

अपने-अपने आदर्शों में

हम भ्रमित-भीड़ में लाँघ रहे

भारत माता हम जाग रहे ।।2।।


बर्बरता है, शजरत्व नहीं

लोलुपता हे, लालित्य नहीं

हम अपनी संस्कृति जाँच रहे

भारत-माता हम जाग रहे ।।3।।


अपनत्व नहीं अन्धत्व भरा

शत्रुत्व सजा, भ्रातृत्व लजा

हम 'अपनापा' को छाज रहे

भारत-माता हम जाग रहे ।।4।।


जड़ता-शठता रंग हरा-भरा

देवत्व-देव में मरा-मरा

मानवता से हम 'बाज' रहे

भारत-माता हम जाग रहे ।।5।।


पशुता-दानवता कोढ़-छोड़

हर अन्तस, नाता जोड़-जोड़

हम 'लाल' यही वर माँग रहे

भारत-माता हम जाग रहे  ।।6।।


- लालताप्रसाद मिश्र 'लाल'

ये भी पढ़ें; देशभक्ति के विषय पर बेहतरीन कविता : ओ भारत संतान

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Accept !
To Top