Prabhudayal Shrivastava Poetry Collection Book Mutti Mein Hain Lal Gulal Poems in Hindi for Kids, Maine Ki Dadi Se Baat Bal Kavita, Children's Poems in Hindi.
Dadi Maa Hindi Poem
Bal Kavita In Hindi : मुट्ठी में है लाल गुलाल (बाल कविता संग्रह) से प्रभुदयाल श्रीवास्तव की बाल कविता मैने की दादी से बात, बालमन की रोचक हिंदी बाल कविता मैने की दादी से बात, पढ़िए मजेदार बाल गीत और शेयर कीजिए।
Kids Poem in Hindi
मैंने की दादी से बात
मोबाइल पर आज मजे से,
मैंने की दादी से बात।
मैंने दादीजी को अपने,
पढ़ने का परिणाम बताया।
मैंने उन्हें बताया कैसे,
कक्षा में नंबर वन आया।
दादी माँ से मिली दुआएँ,
मिली टोकरी भर के दाद।
मैंने बोला गरमी की इस,
छुट्टी में मैं गाँव आऊँगा।
खटमिट्ठा सा पना आम का,
बैठ आपके साथ खाऊँगा।
दाल बाटियाँ और चूरमा,
मेरे लिए बनाना खास ।
योग, ध्यान, सूरज से बातें,
सुबह नदी के तीर करना।
होती वहाँ दिव्य अनुभूति,
बहता जहाँ सुनहरा झरना।
मुझको बड़ा चैन मिलता है,
तुम जब दादी होती पास ।
सूरज की चमकीली किरणें,
हरी घास पर जब पड़ती है।
धरती माँ की हरी अंगुलियाँ
हीरे जड़ी -जड़ी दिखती है।
फूट-फूट पड़ता कलियों में,
फूलों, पत्तों, में उल्लास।
- प्रभुदयाल श्रीवास्तव
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