हिंदी कविता : मनुष्य, नियति और परिवर्तन

Dr. Mulla Adam Ali
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Kyu Aisa Hota Hai

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Hindi Kavita Na Jane : पढ़िए कविता कोश में हिंदी की दर्दभरी कविता (sad poems) क्यों ऐसा होता है?, "मनुष्य, नियति और परिवर्तन" एक भावनात्मक और विचारोत्तेजक हिंदी कविता है जो मानवीय स्वभाव के उतार-चढ़ाव, समय के साथ बदलते व्यवहार और जीवन में घटित होने वाले अनचाहे परिवर्तनों को उजागर करती है। यह कविता प्रश्न उठाती है कि इंसान क्यों बदलता है, क्यों वह कभी अनचाही दिशा में चला जाता है और क्यों कई बार सब कुछ नियति के अनुसार ही होता है। जीवन के रहस्यों, भाग्य की शक्ति और प्रकृति के नियमों को दर्शाते हुए यह रचना पाठक को आत्ममंथन के लिए प्रेरित करती है।

Sad Poetry in Hindi

क्यों ऐसा होता है?


न जाने क्यों ऐसा होता है

जब-तब इंसान बदल जाता है।

कभी बात में कभी साथ में

अनचाहा कुछ कर जाता है।


क्यों मानव ऐसा होता है

कुछ का कुछ वह कर जाता है।

जो भी हो, जैसा भी हो

पर मनमाना सब हो जाता है।


दुनिया का ऐसा नाता है

यही प्रकृति को भी भाता है।

इसी लिए तो यदा-कदा

सब उलट-पुलट हो जाता है।


भाग्य इसे ही माना है

सब ने ऐसा स्वीकारा है।

फिर इंसान क्या कर सकता है

जिसे नियति ने ठाना है।


- विजय प्रकाश मिश्र

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