Kavya Path: मोनिका शर्मा जी द्वारा Muktak Kavya

Dr. Mulla Adam Ali
0

Muktak Kavya : मुक्तक काव्य - मोनिका शर्मा "मन" काव्य पाठ - kavyapath - poetry

Muktak Kavya (मुक्तक काव्य) गुरूग्राम हरियाणा से कवयित्री मोनिका शर्मा "मन"

उजाले तेरी यादो के मैं लेकर साथ चलती हूंँ

इरादो की न अब हो शाम तो खुद में ही जलती हूँ

तुझे चाहू तुझे पाऊ दुआओ में तुझे रक्खू

मैं बनके मोम तेरे दर्द में हसकर पिघलती हूंँ 

मोनिका शर्मा "मन" Monika Sharma

हिन्दी प्रेमी समूह द्वारा आयोजित कविता पाठ

ये भी पढ़ें;

* Regional Science Centre Tirupati: आंचलिक विज्ञान केंद्र तिरुपति

* मुक्तकों से सजा एक प्रबंधकाव्य: सुरबाला

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें (0)
To Top