Muktak Kavya : मुक्तक काव्य - मोनिका शर्मा "मन" काव्य पाठ - kavyapath - poetry
Muktak Kavya (मुक्तक काव्य) गुरूग्राम हरियाणा से कवयित्री मोनिका शर्मा "मन"
उजाले तेरी यादो के मैं लेकर साथ चलती हूंँ
इरादो की न अब हो शाम तो खुद में ही जलती हूँ
तुझे चाहू तुझे पाऊ दुआओ में तुझे रक्खू
मैं बनके मोम तेरे दर्द में हसकर पिघलती हूंँ
मोनिका शर्मा "मन" Monika Sharma
हिन्दी प्रेमी समूह द्वारा आयोजित कविता पाठ
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