कबीर के दोहे अर्थ सहित: कुटिल वचन सबतें बुरा, जारि करै सब छार

Dr. Mulla Adam Ali
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Kabir Amritvani in Hindi

कुटिल वचन सबतें बुरा, जारि करै सब छार - कबीर के दोहे


कुटिल वचन सबतें बुरा, जारि करै सब छार।
kutil vachan sabaten bura, jaari karai sab chhaar.
साधु वचन जल रूप है, बरसै अमृत धार।।
saadhu vachan jal roop hai, barasai amrt dhaar..

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