Mahalakshmi Diwali Poem in Hindi : Diwali Hindi Kavita
दीपावली के विषय पर बेहतरीन कविता महालक्ष्मी दीपावली : दिवाली 2023 पर हिंदी कविता महालक्ष्मी - दीपावली, दीपावली हिंदुओं का प्रमुख त्यौहार है, भारत में ही नहीं पूरी दुनियां में दीपावली मनाई जाती है। इस दीपावली पर हम आपके लिए लेकर आए हैं दिवाली कविता महालक्ष्मी दीपावली, poem on diwali festival, Deepawali Kavita, Poem on Diwali in Hindi 2023, Festival of Lights Diwali Par Kavita Mahalakshmi Diwali...
Poem on Diwali in Hindi : Deepawali Par Kavita Mahalakshmi Diwali Poem in Hindi - कविता महालक्ष्मी दीपावली
महालक्ष्मी - दीपावली
माँ लक्ष्मी का दरबार सजा है,
जगमग जगमग दीप जले हैं !
दूर हुआ अंधेरा देखो,
खुशियों के सब फूल खिले हैं !!
जगह-जगह छूटते पटाखे,
कहीं-कहीं फुलझड़िया हैं !
बाँट-बाँट सब खाते मिठाई,
कितनी सुहानी घड़ियाँ हैं !!
राजा - रंक बने सब याचक,
खडे हैं हाथ पसारे !
हाथ जोड़ कर विनती करते,
"माँ ! आयें द्वार हमारे " !!
महालक्ष्मी घूम-घूम कर,
अपना कोष लुटाती है !
भेद-भाव ज़रा नहीं करती,
सबके द्वारे जाती है !!
पर मिलता है उतना ही सबको,
जितने के वे भागी हैं !
ऋषि-मुनि कहाँ खोजते,
वे घर- महलों के त्यागी हैं !!
जग-जग रहे घर-द्वार सभी के
सजी रहे सबकी फुलवारी !
घर-घर लौटें राम विजय हो,
यही कामना है हमारी !!
माँ लक्ष्मी का दरबार सजा है,
जगमग जगमग दीप जले हैं !
- आदित्य प्रकाश सिंह
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