कठपुतली पर कविता : Poem On Puppet In Hindi : Kathputli Bal Kavita

Dr. Mulla Adam Ali
0

Children's Poem On Puppet In Hindi : Bal Kavita Kathputli

Children's Poem On Puppet In Hindi

कठपुतली पर बाल कविता : डॉ. फहीम अहमद की बाल कविता कठपुतली, बच्चों के लिए हिन्दी बाल कविताएं कठपुतली पर विशेष। आज के आर्टिकल में हम कठपुतली पर बेहतरीन बाल कविता हिंदी कविता पढ़ेंगे। बच्चों के कठपुतली पर कविता, कठपुतली वेशभूषा और कठपुतली पर कविता। Kathputli Poem in Hindi, Kavita Kathputli, Poem on Puppet in Hindi, Bal Kavita Kathputli by Dr. Faheem Ahmad..

कविता कठपुतली : Bal Kavita Kathputli - कठपुतली पर कविता

कठपुतली


फुदक रही है चिड़िया जैसी,

लगती नटखट गुड़िया जैसी।

दिखा दिखा कर कलाबाजियाँ,

मन को लेती हर कठपुतली।


गोल-गोल आँखें मटकाती,

पैर हिलाती, हाथ नचाती।

रंग-बिरंगी सज-धज आती

रूप निराला घर कठपुतली ।


अपना जलवा खूब बिखेरे,

खेल दिखाती है बहुतेरे।

मिले इशारा अँगुलियों का

नाचे धागे पर कठपुतली।


फिरकी जैसी है फुर्तीली,

कुछ नखरीली, कुछ शर्मीली।

ऊपर-नीचे आगे-पीछे

डोले इधर-उधर कठपुतली।


हरकत ऐसी, कर दे जादू

खुश हो दादी, हँसते दादू।

बड़ी चुलबुली, सबके दिल में

कर जाती है घर कठपुतली।


उसकी है हर अदा निराली,

देख बजाते हैं सब ताली।

रोतों को भी जल्द हँसा दे,

आए कहीं नजर कठपुतली।


- डॉ. फहीम अहमद

असिस्टेंट प्रोफेसर हिन्दी, एमजीएम कॉलेज,

संभल, उत्तर प्रदेश

ये भी पढ़ें; विद्रूप का प्रतिकार और सृजन की आस्था : कठपुतलियां जाग रही हैं

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Accept !
To Top