बाल कविता : टपका है सोना

Dr. Mulla Adam Ali
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Poetry Collection Hindi Mutti Mein Hain Lal Gulal by Prabhudayal Shrivastava Children's Poem, Kids Poetry, Bal Geet In Hindi.

Hindi Bal Geet for Kids

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Bal Kavita In Hindi : मुट्ठी में है लाल गुलाल (बाल कविता संग्रह) से प्रभुदयाल श्रीवास्तव की बाल कविता टपका है सोना, बालमन की रोचक हिंदी बाल कविता टपका है सोना, पढ़िए मजेदार बाल गीत और शेयर कीजिए।

Hindi Children's Bal Kavita

टपका है सोना


मोना री मोना, चल,

छोड़ दे बिछोना।

महुए के पेड़ तले,

टपका है सोना।


लाल हुई किरणों को,

जाल अभी बुनना है।

घंटे भर बाद सरखी,

धूप को निखरना है।

जल्दी चल भर लाएँ,

स्वर्ण से भगौना।


सूरज जी निकले तो,

बात बिगड़ जाएगी।

सोने की सब रंगत,

फीकी पड़ जाएगी।

थोड़े से आलस से,

सोना क्यों खोना?


सोने से खुशबू भी,

भीनी सी आती है।

हाथ से बटोरो तो,

जीभ कुलबुलाती है।

दौड़ाके आते, चल,

खुशियों का छौना।


- प्रभुदयाल श्रीवास्तव

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