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Poem on Bhagat Singh
भगत सिंह पर कविता : कविता कोश में पढ़िए भारत माता के वीर पुत्र भगत सिंह पर विशेष कविता, 23 मार्च शहीदी दिवस पर भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को समर्पित कविता उन्हें मेरा सलाम कहना पढ़े और शेयर करें।
23 मार्च शहीद भगत सिंह के शहीदी दिवस पर्व
उन्हें मेरा सलाम कहना
मैं फिर कहता हूँ -
फांसी के तख्ते पर चढ़ाए जाने के इतने वर्ष बाद भी -
क्रान्ति की तलवार की धार विचारो की सान पर तेज
होती है ।
वह बम, जो असेम्बली हाल मे हमने फेंके थे
उसका धमाका सुनने वालों में तो शायद कोई बचा हो
- लेकिन वह सिर्फ बम नहीं,
एक विचार था-
और विचार सिर्फ सुने जाने के लिए नहीं होते ।
माना कि यह
मेरे जन्म का सौवां बरस है
लेकिन मेरे प्यारो
मुझे सिर्फ सौ वर्ष के बुढ़े मे मत ढूंढो
वे तेईस बरस कुछ महीने जो मैंने एक विचार बनने की
प्रक्रिया मे जिए
वे इन सौ वर्षों में कहां खो गए
खोज सको तो खोजो
वे तेईस बरस आज भी मिल जाएं कहीं,
किसी हालत में
किसी नौजवान में
तो उन्हे मेरा सलाम कहना
और उनका साथ देना
और अपनी उम्र पर गर्व करने वाले बुढ़ो से कहना
अपने बुढापे का गौरव उन पर न्यौछावर कर दें
- राजेन्द्र कुमार
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