बाल दिवस पर भाषण हिंदी में : Children's Day Speech in Hindi

Dr. Mulla Adam Ali
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बाल दिवस पर भाषण हिंदी में : Children's Day Speech in Hindi

बाल दिवस स्कूल और कॉलेजों में मनाया जाता है। बाल दिवस पर कई छात्र और अध्यापक भाषण भी देते हैं (Children's Day Speech in Hindi). स्कूल में बाल दिवस पर भाषण प्रतियोगिता (children's day speech competition) और बाल दिवस पर निबंध प्रतियोगिता (essay competition on children's day) का आयोजन भी किया जाता है। खासकर Bal Divas par Speech दिया जाता है। लेकिन कई लोगों को बाल दिवस पर भाषण (Children's Day Speech in Hindi) और बाल दिवस पर निबंध (Children's Day Essay in Hindi) लिखना मुश्किल हो जाता है। इसलिए आपके लिए बाल दिवस पर भाषण हिंदी में (Speech on Children's Day in Hindi) और बाल दिवस पर निबंध (Children's Day Essay in Hindi) बाल दिवस पर ये लेख आपके लिए भाषण प्रतियोगिता और निबंध प्रतियोगिता में जरूर काम आएगा। चलिए अब शुरू करते हैं।

बाल दिवस पर हिंदी में भाषण : Hindi Speech on Children's Day : बाल दिवस पर भाषण कैसे और बाल दिवस पर निबंध हिंदी में

प्रधानाध्यापक, अध्यापक और अध्यापिकाओं को मेरा नमस्कार। प्यारे साथियों को बाल दिवस पर शुभकामनाएं। हम सब यहां बाल दिवस को मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं। बाल दिवस के इस अवसर पर मै अपने विचार रखना चाहता/चाहती हूं। भारत में हर वर्ष बाल दिवस 14 नवंबर को मनाया जाता है। 14 नवंबर पंडित जवाहरलाल नेहरू जी का जन्मदिन भी है। भारत में 1964 पहले बाल दिवस 20 नवंबर को मनाया जाता था। जवाहरलाल नेहरु के निधन के बाद यह निर्णय लिया गया कि 14 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाए। 

बच्चे भगवान का स्वरूप है, उनका हृदय निर्मल और स्वच्छ होता है। बच्चे माता पिता और समाज के लोगों को अनुसरण करते हैं, बच्चों को अच्छे नागरिक बनाना हमारी जिम्मेदारी है। बच्चों को आधुनिक शिक्षा देना, उनका पालन पोषण हमारा कर्तव्य है। इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए हर साल 14 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाता है ताकि लोगों का ध्यान बच्चों पर जाए।

दुनिया ले अलग अलग देशों में अलग अलग तारीख पर बाल दिवस मनाया जाता है। ज्यादातर देशों में अंतरराष्ट्रीय बाल दिवस 20 नवंबर को मानते हैं। 1964 पहले भारत में भी बाल दिवस 20 नवंबर को ही मानते थे। 1964 में पंडित जवाहरलाल नेहरु जी के निधन के बाद भारतीय संसद में यह प्रस्ताव रखा गया कि 14 नवंबर को बाल दिवस (Bal Diwas) मनाया जाए। फिर उसके बाद से प्रत्येक वर्ष 14 नवंबर को पंडित जवाहरलाल नेहरू जन्मदिन पर (Jawaharlal Nehru Birth Anniversary) बाल दिवस मनाया जाने लगा। पंडित जवाहरलाल नेहरु भारत के स्वतंत्रता सेनानी, स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री और एक आदर्श नेता भी है। नेहरू जी को बच्चों के प्रति बहुत प्यार और लगाव था, अपने कीमती समय में कुछ समय को बच्चों के साथ जरूर बिताते थे। बच्चों जवाहरलाल नेहरु जी को प्यार से चाचा कहकर संबोधित करते थे। इसलिए 1964 में चाचा नेहरू जी के निधन के बाद से यह फैसला लिया गया कि भारत में बाल दिवस जवाहरलाल नेहरू जयंती पर मनाया जायेगा। जबसे लेकर आजतक भारत में बाल दिवस 14 नवंबर को ही मनाया जा रहा है।

बाल दिवस के उत्सव पर बहुत सारे गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। खासकर इस दिन पंडित जवाहरलाल नेहरु जी को याद किया जाता है। पंडित जवाहरलाल नेहरु बच्चों की शिक्षा और उनके श्रेय के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाओं का उद्घाटन किया था। बाल दिवस समारोह में बच्चों को भारत का भविष्य मानने वाले महान नेता चाचा नेहरू जी को श्रद्धांजलि अर्पित कर उन्हें स्मरण किया जाता है। बाल दिवस मनाने का उद्देश्य है कि लोगों में बच्चों के प्रति जागरूकता बढ़ाए। बच्चों के शिक्षा और उनके स्वास्थ पर जनता में जागरूकता पैदा करें। बच्चों की शिक्षा और पौष्टिक आहार के लिए लोगों में जागरूकता अभियान के रूप में बाल दिवस मनाया जाता है।

देश का विकास बच्चों के हाथों में है क्योंकि आज के बच्चे ही कल के नागरिक है। बच्चों को एक जिम्मेदार नागरिक बनाना हमारा कर्तव्य बनता है। इसलिए बचपन से ही बच्चों का ख्याल रखना चाहिए बल्कि आगे चलकर वे एक आदर्श नागरिक बन सके। बाल दिवस का यह त्यौहार हमें बच्चों के अधिकारों का याद दिलाता है। बच्चे आगे चलकर देश के विकास में योगदान दें इसलिए अभिभावकों, शिक्षकों और परिवार अन्य सदस्य, समाज के लोग बच्चों के परवरिश को लेकर सतर्क रहें और उनका देखभाल ठीक से करे। बच्चों को आधुनिक शिक्षा का ज्ञान दे और उनके नैतिक, मानसिक और शारीरिक विकास में सहायक बने इसी उद्देश्य से बाल दिवस के त्यौहार को मनाया जाता है। बाल दिवस हमें यह याद दिलाता है कि बाल शोषण न करें और बाल मजदूरी से बच्चों को मुक्ति कर उन्हें अच्छी शिक्षा दे और बाल अधिकारों को बचाए देश के विकास में सहायक बने। निम्नलिखित बच्चों के कुछ साधारण अधिकार है जो उन्हें जरूर प्राप्त होना चाहिए।

* परिवार और अभिभावकों द्वारा बच्चों का उचित देखभाल होना चाहिए।

* बच्चों को आधुनिक शिक्षा प्राप्त कराना हमारी जिम्मेदारी है।

* बच्चों की शिक्षा के साथ साथ उनका स्वास्थ पर भी ध्यान देना आवश्यक है।

* जो बच्चे शारीरिक रूप से कमज़ोर है उनका विशेष रूप से देखभाल करना चाहिए।

* बच्चों को उचित देखभाल के लिए उनके शिक्षा के साथ उनको एक ऐसा वातावरण देना भी जरूरी है कि जहां बच्चे अपने आपको सुरक्षित महसूस करे।

* बच्चों के बौद्धिक, मानसिक और शारीरिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जानी चाहिए।

बाल दिवस पर हमें यह शपथ लेनी चाहिए कि एक सुंदर राष्ट्र के निर्माण में हम सब एकजुट होकर भारत का भविष्य उज्वल करने में अपना योगदान देंगे और बच्चों के वर्तमान और भविष्य को लेकर सतर्क रहेंगे। धन्यवाद!

Bal Diwas Par Bhashan Hindi Mein : बाल दिवस पर भाषण : Children's Day Speech in Hindi : बाल दिवस पर हिंदी भाषण - बाल दिवस पर निबंध कैसे लिखें? भारत में बाल दिवस

बाल दिवस पर भाषण (Children's Day Speech) देने के लिए सबसे पहले मंच पर उपस्थित सभी लोग जैसे : प्रधानाध्यापक, अध्यापक गण, अभिभावकों और सहपाठियों को नमस्कार व अभिवादन करना चाहिए। अभिवादन के बाद सभी को बाल दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देकर भाषण को शुरू करना चाहिए। बाल दिवस पर निबंध में अभिवादन की कोई जरूरत नहीं होती लेकिन भाषण में इस तरह की औपचारिकता पर विशेष ध्यान देना चाहिए। बाल दिवस पर भाषण देते समय सरल शब्दों का प्रयोग करें और आसान भाषा में बाल दिवस का इतिहास और महत्व को समझाए। बाल दिवस कब मनाया जाता है?, बाल दिवस मनाने की आवश्यकता?, बाल दिवस की शुरुआत?, बाल दिवस क्या है? 14 नवंबर को ही बाल दिवस क्यों मनाया जाता है?, वर्तमान परिदृश्य में बाल दिवस का महत्व आदि विचारों के साथ साथ अपने विचारों को बाल दिवस पर भाषण बोलना चाहिए और अंत में फिर एक बार सभी को बाल दिवस की हार्दिक बधाइयां दीं जानी चाहिए फिर अपने भाषण को समाप्त किया जाए।

बाल दिवस पर भाषण हिंदी में : Bal Diwas Speech in Hindi : Children's Day Speech बाल दिवस की शुरुआत और वर्तमान परिदृश्य में बाल दिवस का महत्व

बाल दिवस बच्चों के लिए एक त्यौहार है। बच्चों के प्रति स्नेह और सम्मान, प्यार का प्रतीक है। बाल दिवस अलग अलग देशों में अलग अलग तारीख पर आधारित है। अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस (International Childrens Day) 20 November को मनाया जाता है। विश्व बाल दिवस (World Children's Day) ज्यादातर देशों में इसी दिन मनाते हैं। सार्वभौमिक बाल दिवस (Universal Children's Day) के रूप में भी बाल दिवस को मनाया जाता है। दुनिया के कुछ देशों में जून 1 को 1950 से अंतरराष्ट्रीय बाल दिवस (International Childrens Day) मनाते आ रहे हैं।

बाल दिवस का इतिहास और महत्व जानने के लिए ये लिंक क्लिक करें : Children's Day 2023 : बाल दिवस कब मनाया जाता है जानिए इतिहास और महत्व

विश्वभर में ज्यादातर देशों में बाल दिवस 20 नवंबर को ही मानते हैं। भारत में भी 1964 से पहले इसी दिन को बाल दिवस मनाया जाता था लेकिन पंडित जवाहरलाल नेहरू के निधन के बाद 14 नवंबर को बाल दिवस मनाने की परंपरा शुरू हुई। दुनिया में ब्रिटन एकमात्र देश है जहां बाल दिवस को नहीं मनाया जाता।

बाल दिवस भाषण हिंदी में (Hindi Speech on Children's Day) विश्व बाल दिवस (World Children's Day) : बाल दिवस का इतिहास और महत्व

साल 1954 नवंबर 20 को विश्व बाल दिवस (World Children's Day) की स्थापना हुई। सार्वभौमिक बाल दिवस (Universal Children's Day) को 20 नवंबर को 1954 से मनाने लगे। भारत में पंडित जवाहरलाल नेहरू के निधन से पहले इसी दिन को बाल दिवस मनाया जाता था।

बाल दिवस का महत्त्व है कि बच्चों के प्रति जागरूकता बढ़ाने का। बच्चों का उचित देखभाल, अच्छी शिक्षा और पौष्टिक आहार देना आदि के लिए एक जागरूकता अभियान के दौरान बाल दिवस की स्थापना की गई है। रंग, रूप, जाती, धर्म और लिंग के आधार पर बच्चों को न देखकर, समान रूप से प्यार मिले यहीं बाल दिवस का उद्देश्य है।

हिंदी में बाल दिवस पर भाषण (Children's Day Speech in Hindi) भारत में बाल दिवस और बाल दिवस के अवसर पर देश में होने वाले विभिन्न कार्यक्रम

बाल दिवस पर स्कूलों में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। स्कूलों में छात्र बाल दिवस पर निबंध प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता में भाग लेते हैं। सकूल आवरण रंगोली से सजाए जाते हैं। छात्र अपने कक्षा को रंग बिरंगे कागजों और गुब्बारों से सजाते हैं। बाल दिवस बच्चों के लिए एक त्यौहार माना जाता है। बाल दिवस समारोह में बच्चों को मिठाईयां बांटी जाती है। अध्यापक द्वारा बाल दिवस पर भाषण दी जाती है। सभी छात्र बाल दिवस समारोह में हिस्सा लेते हैं। बाल दिवस का इतिहास और महत्व, बाल दिवस मनाने का उद्देश्य, बाल दिवस शपथ लेना, बाल दिवस कब मनाया जाता आदि विषयों पर चर्चा करेंगे। 

बाल दिवस पर राष्ट्र और राज्य स्तर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन होगा। देश के प्रधानमंत्री बच्चों के लिए बाल दिवस पर संदेश देते हैं। देश के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति द्वारा बाल दिवस पर शुभकामनाएं दी जाती है। देश में मौजूद सभी राज्यों के मुख्यमंत्री और अन्य राजनीतिक नेताओं ने भी बाल दिवस पर संदेश देते हैं।

बाल दिवस पर पंडित जवाहरलाल नेहरु जी को श्रद्धांजलि अर्पित कर उन्हें स्मरण करते करते हैं। बच्चों का त्यौहार बाल दिवस पर अनेक कार्यक्रमों का आयोजन के साथ साथ बच्चों के भविष्य को लेकर अनेक कल्याणकारी योजनाएं बनाई जाती है।

बाल दिवस पर भाषण: पंडित जवाहर लाल नेहरू के विचार और चाचा नेहरू और बाल दिवस से जुड़े कुछ रोचक तथ्य (Childrens Day Speech - Jawaharlal Nehru Birth Anniversary or Nehru Jayanti)

बाल दिवस भारत में चाचा नेहरू जी के जन्मदिन पर विशेष रूप से मनाई जाती है। 14 नवंबर बच्चों के लिए खास दिन है। 14 नवंबर बच्चों का त्यौहार बाल दिवस बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। पंडित जवाहरलाल नेहरू जी का जन्म 14 नवंबर 1889 में हुआ था। बच्चों के प्रति पंडित जवाहरलाल नेहरू जी के प्यार और लगाव के कारण उनके जन्मदिन पर ही बाल दिवस को मनाया जाता है। बच्चे नेहरू जी को चाचा कहकर पुकारते थे। नेहरू भारत के प्रथम प्रधानमंत्री और लंबे समय तक प्रधानमंत्री के रूप में नेहरू ही रह चुके हैं। बाल दिवस जवाहरलाल नेहरु जी को याद करते हुए पूरा देश उनको श्रद्धांजलि देकर सम्मानित करता है।

स्कूलों में कई प्रकार के नृत्य प्रदर्शन और गीत और कविताओं का वाचन छात्रों द्वारा आयोजित किया जाता है। सभी छात्र बाल दिवस के इस खास मौके पर निबंध प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता में भाग लेते हैं। बड़े धूम धाम से बाल दिवस मनाया जाता है। बाल दिवस पर बच्चों में मिठाईयां बांटी जाती है। बाल अधिकार, बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए अनेक प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं।

ये भी पढ़ें; बाल दिवस पर निबंध हिंदी में : Children's Day Essay in Hindi

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